हमारे लिए सुरक्षा और विश्वास सबसे अनिवार्य विषय हैः उज्ज्वल माथुर

उज्ज्वल माथुर वर्तमान में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में वाइस प्रेसिडेंट एवं कंट्री हेड (इंडिया बिजनेस) हैं और वह टीसीएस के साथ विगत २४ वर्षों से जुड़े हुए हैं। वर्तमान में वह ग्राहक संबंधी बिक्री एवं संचालन का प्रबंधन सँभालते हैं और टीसीएस की सहायक कंपनियों के बोर्ड में भी हैं। इसके पहले उज्ज्वल टीसीएस बोस्टन क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक थे और उन्होंने अमेरिका के न्यू इंग्लैंड क्षेत्र में ग्राहकों के साथ रणनीतिक संबंध स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह एपीएसई क्षेत्र के लिए ई-बिजनेस प्रैक्टिस डायरेक्टर भी रह चुके हैं और उन्होंने इस क्षेत्र में कई वैश्विक ग्राहकों के लिए टीसीएस को उत्कृष्ट परिवर्तन लाने वाले भागीदार के रूप में स्थापित करने का शानदार काम किया है। इलेक्ट्रॉनिक्स में स्नातक की डिग्री और आईआईएम कोलकाता से कार्यकारी प्रबंधन की डिग्री प्राप्त करने वाले उज्जवल माथुर को आईटी सेक्टर में बहुत ही शालीन और विनम्र व्यक्ति के रूप में देखा जाता है। उत्कृष्ट प्रबंधन को आकार देने के मामले में उनका कोई जोड़ नहीं है। अभ्युदय वात्सल्यम्‌ के प्रधान सम्पादक आलोक रंजन तिवारी ने उज्ज्वल माथुर से अनेक विषयों पर विस्तार से बातचीत की। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश -

  • टीसीएस ने एक नवोन्मेषी बिजनेस मॉडल बनाने में मदद करने के लिए सोनीलिव के साथ रणनीतिक साझेदारी की है। इस साझेदारी के दूरगामी परिणाम क्या होंगे?
    सोनीलिव के साथ इस रणनीतिक साझेदारी का मकसद ओटीटी स्ट्रीमिंग मंच को एक अभिनव व्यवसाय मॉडल बनाने में मदद करना और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाना है। इस साझेदारी की मदद से सोनीलिव के लिए भविष्य में वद्धि का रास्ता आसान होगा और वह डिजिटल प्रौद्योगिकी की मदद से चुनौतियों का सामना कर सकेगी। साझेदारी से सोनीलिव को टीसीएस की अगली पीढ़ी की डिजिटल क्षमताओं, वैश्विक विशेषज्ञता, डोमेन ज्ञान और नवाचार परिवेश का लाभ मिलेगा। यह सोनीलिव को कॉन्टेंट मॉनेटाइज करने और नये आर्थिक स्त्रोत बनाने के लिए डेटा और इनसाइट्‌स का उपयोग करने में भी मदद करेगा। इसके अतिरिक्त, टीसीएस अपनी इनोवेशन लैब का लाभ उठाते हुए एक विश्व स्तरीय एक्सपीरियंस डिजाइन सेंटर स्थापित करेगी, जहां यह तेजी से प्रोटोटाइप करके और सोनी लिव को सर्वश्रेष्ठ सुविधाओं को लॉन्च करने में मदद करने के लिए अपने लोकेशन इंडिपेंडेंट एजाइल मॉडल को नियोजित करेगी। यह साझेदारी सोनीलिव को ग्राहक अनुभव और जुड़ाव को नवीन स्वरुप प्रदान करने, अपने ब्रांड को बढ़ाने, बाज़ार में प्रतिस्पर्धी विशेषज्ञता स्थापित करने और विकास को गति देने में मदद करेगी।
  • कोरोना महामारी ने आपके व्यवसाय को किस तरह प्रभावित किया है?
    मूल रूप से महामारी ने हम सभी को किसी न किसी रूप में प्रभावित किया है। चाहे वह व्यावसायिक रूप से प्रभावित किया हो, मानसिक रूप से प्रभावित किया हो या भावनात्मक रूप से। लेकिन व्यवसाय संचालन के दृष्टिकोण से देखें तो हमारे व्यावसायिक संचालन पर काफी हद तक सीमित प्रभाव पड़ा है। यदि आप हमारे आंकड़ों पर नजर डालें तो सभी कार्यक्षेत्रों ने अच्छी कद्धि हासिल की है। विकास और परिवर्तन थीम को मजबूत करने से कई सेवाओं की त्वरित मांग बžी है। मौजूदा तिमाही में क्लाउड प्लेटफॉर्म सेवाओं, साइबर सुरक्षा, विश्लेषण अंतर्दृष्टि और उद्यम अनुप्रयोग सेवाओं द्वारा कद्धि दर्ज की गई है।
  •  टीसीएस की मौजूदा हायरिंग योजनाएँ क्या हैं ?
    हम निश्चित रूप से नये कर्मचारियों की भर्ती करते रहेंगे। ३० जून, २०२१ की स्थिति के अनुसार ५,०९,०५८ कर्मचारियों के साथ वित्त वर्ष २०२२ की पहली तिमाही में टीसीएस कर्मचारियों की संख्या ५ लाख का आंकड़ा पार कर गई है। पहली तिमाही में कंपनी में २०,४०९ अतिरिक्त कर्मचारी जुड़े और कंपनी के कुल कर्मचारियों में महिलाओं की भागीदारी ३६.२ प्रतिशत है। वहीं, टीसीएस के कर्मचारी साल-दर-साल १७.३ प्रतिशत बžे हैं। हमारी कम्पनी के कार्यबल में व्यापक विविधता है। ४,७८,००० से अधिक कर्मचारियों को एजाइल तरीके से प्रशिक्षित किया गया है और ४,०७,००० से अधिक कर्मचारियों को कई नई तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया है।
  • हम सभी ने इस महामारी के दौरान वर्चुअल हायरिंग, रिमोट वर्क्रिंग और रिमोट इंटर्नशिप जैसे कई नये चलन देखे। क्या आपको लगता है कि ये चीजें महामारी के बाद भी जारी रहेंगी?
    सेक्योर बॉर्डरलेस वर्कस्पेसेस (एँेंए) और २५ /२५ हमारा थीम है। हमें विश्वास है कि यह क्लाउड पर प्रतिभा की व्यापक दृष्टि के साथ गेम चेंजर साबित होगा। हम दुनिया में कहीं से भी, किसी भी कार्य को मूर्त रूप देने के लिए सही कौशल वाले व्यक्तियों को सक्षम बनाने के संरचित तरीकों पर काम कर रहे हैं और अभी भी निश्चित रूप से अपने ग्राहकों की प्रतिबद्धताओं पर खरा उतर रहे हैं। सेक्योर बॉर्डरलेस वर्कस्पेसेस किसी संकट की अल्पकालिक प्रतिक्रिया नहीं है, बल्कि यह एक नई शुरुआत है। व्यवसायों के काम करने और प्रबंधित करने के ये नए तरीके संकट के परिणामों से न केवल निपटने के लिए, बल्कि परिवर्तन में तेजी लाने के लिए एक अच्छा अवसर प्रदान कर रहे हैं। इसलिए वर्चुअल हायरिंग, रिमोट वर्क्रिंग और दूर से लोगों को प्रशिक्षित करते समय इन सभी प्रथाओं का उपयोग जारी रहेगा।
  • कितने कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं और उन्हें ऑफिस वापस बुलाने की क्या योजना है ?टीसीएस ने कोरोना महामारी को देखते हुए एक सिक्योर सुरक्षा मॉडल विकसित किया जिसे सेक्योर बॉर्डरलेस वर्कस्पेसेस का नाम दिया गया है। मौजूदा दौर में हमारे ९८ज्ञ्र् कर्मचारी टीसीएस के ग्राहकों की सेवा में इसी मॉडल के आधार पर सुरक्षित और सहयोगात्मक तरीके से घर पर बैठकर काम कर रहे हैं। टीसीएस बहुत सारे वित्तीय संस्थानों, बैंकों, बीमा कंपनियों को अपनी सेवाएं प्रदान करती है। इसलिए चाहे बड़े वित्तीय संस्थानों को उत्कृष्ट सेवाएँ प्रदान करना हो या यूरोप की सबसे बड़ी डाक सेवा कंपनी के साथ काम करने की बात हो, हमने इसी सुरक्षा मॉडल के अनुरूप व्यवस्थित और सहयोगात्मक तरीके से काम किया है। इस परिवर्तनकारी मॉडल ने कर्मचारियों के लिए रिमोट एक्सेस को सक्षम बनाया है और व्यवस्थित कार्य आवंटन, निगरानी और रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने के लिए एक उपयुक्त साइबर सुरक्षा ढांचा और सभी परियोजना प्रबंधन प्रथाओं और प्रणालियों की स्थापना की गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि यह कोई अल्पकालिक मॉडल नहीं है, बल्कि हमारे लिए यह एक नई कार्य प्रणाली की शुरुआत है। व्यवसायों के कामकाज और प्रबंधन के ये नए तरीके न केवल संकट के परिणामों से उबरने के लिए बल्कि परिवर्तन में तेजी लाने के लिए बहुत अधिक अवसर प्रदान करेंगे। इसलिए हम महामारी की स्थितियों पर नजर रख रहे हैं और इसी आधार पर निर्णय लेंगे कि ऑफिस कब से शुरू किया जाये या कितने कर्मचारियों को ऑफिस बुलाया जाए।
  • भारत को डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का वैश्विक केंद्र बनाने, निवेश, नौकरियाँ और नवाचार सृजित करने में आप किस तरह का अवसर देखते हैं?
    भारत के पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या एनालिटिक्स इनसाइट्‌स के मामले में ग्लोबल हब बनने के बहुत अधिक अवसर हैं। इस अवसर का लाभ उठाने के लिए सबसे अधिक जरुरी है टैलेंट पूल बनाना, जो डेटा और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के लिए तैयार रहे। आने वाले समय में नौकरियां तकनीक पर आधारित होंगी। इसलिए, भारत के विकास के लिए डिजिटल कौशल निर्मित करना बहुत महत्वपूर्ण है। डेटा और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस दुनिया के प्रत्येक देशों के डिजिटल परिवर्तन और आर्थिक सुधार में महती भूमिका निभा रहे हैं। हर उद्योग और क्षेत्रों में हमने पिछले कुछ महीनों में डिजिटल परिवर्तन देखा है। पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर ग्राहकों का काम करने और उनकी सेवा करने के लिए नए तरीकों को तेजी से अपना रहे हैं। नवाचार हर जगह लागू किया जा रहा है और नए  बिजनेस मॉडल खोजे जा रहे हैं और मौजूदा तकनीक अब तक की सबसे विषम परिस्थिति में भी तमाम संस्थानों के परिचालन में सहायक साबित हो रही है।
  • बहुत सारे उद्यम अचानक ट्रस्ट और सिक्योरिटी की बात क्यों करने लगे हैं ?

जैसे-जैसे हम हाइब्रिड कार्यक्षेत्र की ओर बž रहे हैं, प्रौद्योगिकियों और प्रौद्योगिकी समाधानों में निवेश करने का महत्व बž रहा है। इसके साथ यह प्राथमिकता और भी बž रही है कि आप ग्राहकों को सुरक्षित वातावरण में सेवाएँ मुहैया करायें। इसलिए ट्रस्ट (विश्वास) और टेक्नोलॉजिज (प्रौद्योगिकियां) शायद कभी भी अधिक महत्वपूर्ण नहीं रहे। अब दुनिया के अधिकांश लोग दूरस्थ रूप से जुड़ रहे हैं, इसलिए साइबर सुरक्षा आज हर संस्थान के लिए रणनीतिक प्राथमिकता है कि वे अपने कार्यबल की गोपनीयता, सुरक्षा और डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए अपने डेटा की रक्षा करें। महामारी की शुरुआत के बाद से साइबर हमलों में तेजी से कद्धि हुई है। इस तरह के खतरे की खुफिया जानकारी साझा करने और साइबर हमलों से बचाव के लिए एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचा और उद्यमों के बीच सहयोग की आवश्यकता है। मौजूदा दौर में सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण चीज है इसलिए इसका महत्व दिन-ब-दिन बžता जा रहा है।

  • टीसीएस के लिए ट्रस्ट और सिक्योरिटी कितना महत्वपूर्ण है ?
    हमारे लिए सुरक्षा और विश्वास सबसे अनिवार्य विषय है क्योंकि हम दुनिया भर में हजारों ग्राहकों को सेवा प्रदान करते हैं। इसलिए हम उन्हें एक बहुत ही सुरक्षित और भरोसेमंद वातावरण में सेवा प्रदान करने के लिए इसे बहुत गंभीरता से लेते हैं।
  • जब कोरोना में कर्मचारियों की छंटनी हो रही थी, वैसी स्थिति में भी टीसीएस का एट्रिशन रेट ८.६ प्रतिशत रहा जो सॉपटवेयर इंडस्ट्री में सबसे कम है। क्या सामान्य स्तर तक इसके बžने की कोई संभावना है ?

टीसीएस की एट्रिशन रेट (छंटनी दर) को कम रखने का श्रेय कंपनी और कर्मचारियों की संलग्नता को जाता है, क्योंकि उन्होंने महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमने अपने कर्मचारियों को मानसिक रूप से उत्साहित बनाये रखने के योगा क्लासेस और फूड सेशंस का आयोजन किया। महामारी के दौर में एक जिम्मेदार कंपनी के रूप में हमने बहुत कुछ किया जिससे लोग आपस में जुड़े रहें और इसी वजह से एट्रिशन रेट (छंटनी दर) कम बनाये रखने में हमें मदद मिली। इसके अलावा हमने विशेष रूप से महिला सहयोगियों पर ध्यान केंद्रित किया। इसके लिए हमने कई सत्र आयोजित किये ताकि काम के बीच तनाव से निपटने में आसानी हो। हो सकता है आने वाले समय में एट्रिशन रेट (छंटनी दर) बž जाये लेकिन हमारा ध्यान अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य और उनकी सलामती पर केंद्रित है।

  • आपके अनुसार कोरोना महामारी के बाद की दुनिया में बने रहने के लिए हमारे पास किस तरह का कौशल होना चाहिए ?
    मेरे हिसाब से सिर्फ २ चीजें महत्वपूर्ण हैं और वो हैं – खुद को हमेशा अपडेट रखना, सीखते रहना और अपग्रेड करना तथा अपने ग्राहकों के लिए हमेशा प्रासंगिक बने रहना।
अभ्युदय वात्सल्यम डेस्क