लाखाें लोगाें की जिन्दगी को खुशहाल बनाता

अदानी फाउंडेशन

अदानी फाउंडेशन अपनी स्पष्ट भागीदारी और नवाचारी गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाकर समाज के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

स्टीशिप के गांधीवादी दर्शन से प्रेरणा लेते हुए, अदानी फाउंडेशन सतत अवसर पैदा करने का प्रयास करता है। ऐसा यह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सुविधा प्रदान करके, युवाओं को आय-सÀजन कौशल के साथ सक्षम बनाते हुए, एक स्वस्थ समाज को आगे ब़ढाता है और बुनियादी ढांचे के विकास को समर्थन देता है। समुदायों के समग्र विकास में योगदान देने के उद्देश्य से अदानी फाउंडेशन सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के वैश्विक एजेंडे में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहा है।
अभी दो दशकों से अधिक समय से अदानी फाउंडेशन एक समन्वयक की भूमिका निभाकर समुदायों के उत्थान के लिए काम कर रहा है। यह एक आवश्यकता-आधारित, प्रक्रिया-संचालित और भागीदारी परक दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए मानव संसाधनों की भलाई को ब़ढावा देने का कार्य कर रहा है।

शिक्षा
अदानी फाउंडेशन का संकल्प है कि अधिक से अधिक बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और वहनीय शिक्षा उपलब्ध कराई जाए और इसके लिए इसने भारत भर में कई लागत मुक्त स्कूल और साथ ही सब्सिडी आधारित स्कूलों की व्यवस्था की है।
बच्चों की वास्तविक क्षमता का पता लगाने के लिए दूरदराज के इलाकों में कई स्मार्ट लारंनग प्रोग्राम के साथ-साथ सरकारी स्कूलों को अपनाने की प्रक्रिया चलाई जा रही है। यह आंगनबाि़डयाें और बालवाि़डयों को भी अनुदान के माध्यम से बच्चों के लिए सहज वातावरण के निर्माण में मदद करता है। इन शैक्षिक मॉडलों की बारमबारता और व्यापकता यह सुनिश्चित कर रही है कि अधिक से अधिक बच्चे लाभार्थी बनकर उज्ज्वल भविष्य की ओर अपना मार्ग तलाश सकें।

अदानी विद्या मंदिर
शिक्षा एक व्यक्ति में परिवर्तन लाती है और उनके भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यही कारण है कि अदानी विद्या मंदिर (एवीएम) की स्थापना २००८ में की गयी थी और समय के साथ, यह वास्तव में एक सीखने और आगे ब़ढने का स्थान(ए प्लेस टू लर्न; ए स्पेस टू ग्रो) बन गया है। अदानी विद्या

मंदिर (एवीएम) विद्यालयों के हरे-भरे और अत्याधुनिक परिसर सीखने का एक सुखद, सुरक्षित और स्फूर्तिदायक अनुभव प्रदान करते हैं। आधुनिक तकनीक और पारंपरिक मूल्यों का एक संतुलित अनुपात प्रतिभाशाली छात्रों को अपनी प़ढाई को आगे ब़ढाने में
सक्षम बनाता है। अहमदाबाद (गुजरात), भद्रेश्वर (गुजरात), सरगुजा (छतीसग़ढ) और मुथुकुरु (आंध्र प्रदेश) में अदानी के स्कूल समाज के वंचित वर्गों के प्रति अदानी फाउंडेशन की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
अदानी स्कूल मैनुअल, जो क्यूसीआई मानकों के तहत शिक्षण और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीईटी) के साथ संरेखण में तैयार किया गया था, गुणवत्तापूर्ण स्कूल प्रशासन, अकादमिक उत्कृष्टता और हितधारकों की संतुष्टि सुनिश्चित करता है। अदानी विद्या मंदिर के छात्रों के लिए सीखना कक्षा की चारदीवारी तक सीमित नहीं है। सुबह की कक्षाओं से लेकर साप्ताहिक क्लब गतिविधियों तक, रचनात्मकता और प्रतिभाओं को एक ही छत के नीचे अनेक आयाम और मंच प्राप्त होते हैं। अदानी विद्या मंदिर का दीर्घकालिक दृष्टिकोण अगली पी़ढी को जिम्मेदार, आत्मविश्वासी, स्वतंत्र और आत्म-प्रेरित नागरिकों के रूप में अपनी पहचान, प्रतिभा और उद्देश्य को महसूस करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

अदानी स्कूल
अदानी फाउंडेशन निम्नलिखित स्कूलों के माध्यम से ३३०० से अधिक छात्रों को रियायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करता है ः

  • अदानीी पब्लिक स्कूल,मुंद्रा (गुजरात)
  • अदानी विद्यालय,तिरोरा (महाराष्ट्र)
  • अदानी विद्यालय,कवई (राजस्थान)
  • नवचेतन विद्यालय,जूनागाम (गुजरात)
  • अदानी डीएवी पब्लिक स्कूल,धामरा (ओडिशा)
  • नवयुग वर्ल्ड स्कूल,कृष्णापट्टनम (आंध्र प्रदेश)

मुंद्रा, गुजरात में अदानी पब्लिक स्कूल सीबीएसई से मान्यताप्राप्त एक अंग्रेजी माध्यम सह-शैक्षिक स्कूल है। यह ऱंँिंऊ प्रत्यायन प्राप्त करने वाला कच्छ व सौराष्ट्र क्षेत्र का पहला विद्यालय बन गया है। महाराष्ट्र के तिरोरा और राजस्थान के कवई में स्थित अदानी विद्यालय अपने आसपास के समुदायों के बच्चों की शैक्षणिक ज़रूरतों को पूरा करते हैं।
नवचेतन विद्यालय गुजरात में हजीरा के जूनागाम में स्थित है। क्षेत्रीय आबादी के बीच शिक्षा को ब़ढावा देने के लिए स्कूल छात्रों को निःशुल्क भोजन और शैक्षणिक सामग्री सहायता जैसे स्कूली पोशाक, नोटबुक, कार्यपुस्तिकाएं, पाठ्यपुस्तकें और स्टेशनरी प्रदान करता है।
अदानी डीएवी पब्लिक स्कूल ओडिशा के भद्रक जिले के आस-पास के समुदायों के छात्रों की आवश्यकताओं को पूरा करता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह स्कूल अदानी फाउंडेशन द्वारा डीएवी कॉलेज ट्रस्ट के सहयोग से चलाया जाता है।
कृष्णापट्‌नम, आंध्र प्रदेश में अवस्थित नवयुग वर्ल्ड स्कूल सीबीएसई से मान्यता प्राप्त एक अंग्रेजी माध्यम का सह-शैक्षिक स्कूल है। यह परियोजना आधारित अध्ययन और खेल-कूद पर अपना ध्यान ज्यादा केंद्रित करता है।

ज्ञानोदय
ज्ञानोदय अदानी फाउंडेशन द्वारा एक नवाचारी ऑनलाइन शिक्षा पहल है, जो झारखंड के गोड्डा जिले (नीति आयोग द्वारा एक आकांक्षी जिला घोषित) में ग्रामीण इलाकाें के छात्रों को अधिक दक्षता से सीखने में मदद करती है। गोड्डा जिला प्रशासन और एकोवेशन प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से यह स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से एक अत्याधुनिक समवादपरक पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा है जो अंततः सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) क्रमांक-४ यानी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को ही पूरा कर रहा है। इस पहल ने स्कूल छो़डने की दर को सफलतापूर्वक काफी कम किया है, उपस्थिति दर में कद्धि को उत्प्रेरित किया है और परीक्षाओं में छात्रों के प्रदर्शन के वास्तविक परिणाम दिए हैं। २०१८ में शुरू हुई यह परियोजना जिले के २७६ स्कूलों के ७०,००० छात्रों तक पहुंच चुकी है। अकादमिक वर्ष २०१९-२० की कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षा में गोड्डा जिले का उत्तीर्ण प्रतिशत ७५ज्ञ्र् तक पहुंच गया, जो कि २०१८-१९ के ६६ज्ञ्र् और २०१७-१८ के ५०ज्ञ्र् की तुलना में काफी उल्लेखनीय कद्धि थी। इस पहल ने आगे २०२१-२२ के लिए ३३० स्कूलों के शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया है। इस जिले में छात्रों द्वारा प्राप्त प्रावीण्य परिणामों को देखते हुए राज्य सरकार ने ज्ञानोदय मॉडल को पूरे राज्य में लागू करने का निर्णय लिया है।

कोविड-१९ प्रतिबंधों के बीच ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम ने लाखों बच्चों के लिए दूरस्थ शिक्षा को संभव बना दिया है। ज्ञानोदय रथ डिजिटल माध्यम से सीखने के लिए तैनात किया गया ऐसा ही एक अच्छे तरीके से सुसज्जित वैन है जो गैर-नेटवर्क क्षेत्रों को समाहित करते हुए छात्रों के दरवाजे तक अपनी पहुँच कायम करता है। इस महामारी के बीच यह परियोजना २७६ स्कूलों के ७०,००० से भी ज्यादा छात्रों और दूरदर्शन झारखंड के माध्यम से और आगे ३० लाख छात्रों तक पहुंच चुकी है।

उत्थान
छात्रों की सीखने की क्षमता को ब़ढावा देने और जमीनी स्तर पर बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए अदानी फाउंडेशन ने वर्ष २०१८-१९ में उत्थान परियोजना के माध्यम से एक अभिनव पहल किया है। इस व्यापक पहल में सरकारी प्राथमिक विद्यालयों को अपनाना, मेधावी विद्यार्थियों को प़ढाना, स्कूल छो़डने की दर को रोकना और कर्मचारियों की क्षमता निर्माण के लिए सहयोग करना शामिल है। इसने छात्रों के बीच मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक क्षमता ब़ढाने के लिए शिक्षकों और अभिभावकों (विशेषकर माताओं) को भी एक साथ जो़डा है।
एक बच्चे का स्कूली शिक्षा में दाखिले के लिए स्थानीय सरकारी स्कूल सबसे मुफीद स्थान होता है और अदानी फाउंडेशन का उद्देश्य उनके लिए इसी अनुभव को आगे ब़ढाना है। उत्थान सहायक नामक पूरक शिक्षकों की मदद से यह फाउंडेशन ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूदा शैक्षिक तंत्र को मजबूत बनाकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बच्चों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए यह स्कूलों में पर्याप्त संसाधनों और सुविधाओं की मदद से उसे एक आनंदपरक शिक्षण स्थान भी बनाता है।
यह परियोजना निम्नलिखित स्थानों में संचालित हैः मुंद्रा (कच्छ) – १७ स्कूलों के २,४११ छात्र, नखतराना (कच्छ) – ८ स्कूलों के १,१६० छात्र, हजीरा (सूरत) – १० स्कूलों के १,४४६ छात्र, दाहेज – १४ स्कूलों के ३,००५ छात्र, सरगुजा (छत्तीसग़ढ) – २ स्कूलों के ४७ छात्र और हाल ही में धामरा (ओडिशा) – ४६ स्कूलों / आंगनवा़डी में २,२९१ छात्र। इस तरह यह परियोजना ८१ स्कूलों और १६ आंगनवा़डी में १०,३६० छात्रों तक पहुंच चुकी है।

आमची शाला आदर्श शाला

अभ्युदय वात्सल्यम डेस्क