मानवता की प्रतिमूर्ति एवं परोपकारी व्यक्तित्व डॉ. प्रीति अदानी

डॉ. प्रीति अदानी की जीवन यात्रा को देखें तो हम यही पाएंगे कि उत्कृष्ट चरित्र के अन्य गुणों के साथ – साथ विनम्रता के सद्‌गुणों ने उनको महान बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ. प्रीति अपने सद्‌गुणों के माध्यम से कोमलता, धैर्य, उदारता और कृतज्ञता के भावों को सहेजकर रखती हैं।

 

दूरदर्शिता, सिद्धान्तवादिता, स्पष्ट दृष्टिकोण एवं उद्देश्य के प्रति पूर्ण समर्पण – ये ऐसे श्रेष्ठ मानवीय सद्‌गुण हैं, जिनके माध्यम से व्यक्ति संसार में कुछ भी कर सकता है। योग्यता- पात्रता जैसे विशिष्ट गुण किसी भी व्यक्ति में सहज ही उत्पन्न हो जाते हैं यदि उसमें कार्य के प्रति उत्कट इच्छाशक्ति और अनवरत कार्य साधना की प्रबल भावना हो। जुनून से प्रेरित दूरदर्शी व्यक्तित्व जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के परचम लहराते हैं और इसी प्रकार देश- दुनिया के लिए अनुकरणीय, अनुसरणीय और प्रेरक बन जाते हैं। एक ऐसे ही उत्कृष्ट व्यक्तित्व की धनी हैं अदानी फाउंडेशन की चेयरपर्सन

डॉ. प्रीति अदानी के कुशल एवं प्रभावशाली नेतÀत्व में अदानी फाउंडेशन द्वारा व्यापक स्तर पर समाजसेवी कार्यक्रमों एवं योजनाओं का संचालन किया जाता है। डॉ. प्रीति अदानी की जीवन यात्रा को देखें तो हम यही पाएंगे कि उत्कृष्ट चरित्र के अन्य गुणों के साथ – साथ विनम्रता के सद्‌गुणाें ने उनको महान बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ. प्रीति अपने सद्‌गुणाें के माध्यम से कोमलता, धैर्य, उदारता और कृतज्ञता के भावों को सहेजकर रखती हैं और वह कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) पर ज्यादा ध्यान देती हैं। अदानी फाउंडेशन के माध्यम से, डॉ. अदानी यह सुनिश्चित कर रही हैं कि अदानी समूह समाज के हाशिए पर ख़डे और सर्वाधिक सुभेद्य वर्ग के लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करे और उनमें परिवर्तन लाने में मदद करे।

डॉ. प्रीति अदानी के मार्गदर्शन में, अदानी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा है जो हैं -शिक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका और ग्रामीण बुनियादी ढांचे का विकास। अदानी फाउंडेशन अपनी स्पष्ट भागीदारी और नवाचारी गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाकर समाज के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए एक समावेशी दृष्टिकोण अपनाता है। वर्तमान में, अदानी फाउंडेशन प्रमुख रूप से देश के १८ राज्यों में सामुदायिक विकास के कायर्ाें में संलग्न है। इससे आगे ब़ढते हुए डॉ. प्रीति अदानी ने देश भर में अदानी फाउंडेशन के पदचिन्हाें का विस्तार करने की परिकल्पना की है।
”जीवन में जो मायने रखता है वह केवल यह तथ्य नहीं है कि हमने इसे जिया है। दूसरों के जीवन में हमने जो फर्क पैदा किया है, वही हमारे जीवन के महत्व को निर्धारित करेगा।” – डॉ. प्रीति अदानी नेल्सन मंडेला के इन्हीं विचारों से अत्यंत प्रभावित हैं और उन्होंने अदानी फाउंडेशन की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली को इसी आधार पर विकसित किया है। नेल्सन मंडेला के ये शब्द सरल रूप में अदानी फाउंडेशन की विशाल यात्रा को सारांशित करते हैं। लेकिन, जो चीज डॉ. प्रीति अदानी के लिए ज्यादा मायने रखती है, वह है दुनिया को सकारात्मक तरीके से बदलने की निःस्वार्थ भावना।
डॉ. प्रीति अदानी के नेतÀत्व में अदानी फाउंडेशन न केवल संयुक्त राष्ट्र के एजेंडा-२०३० के सतत विकास लक्ष्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा कर पाने की दिशा में अग्रसर है बल्कि अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं को भी प्रेरित कर सकने में सक्षम हुआ है। वैश्विक परिवर्तन और सरकार के लक्ष्यों में निर्णायक बदलाव के बीच, अदानी फाउंडेशन की भूमिका भी परिपक्व हो गई है। १‘‘Ž में डॉ. प्रीति अदानी के नेतÀत्व में जब इस फाउंडेशन की स्थापना हुई थी तो इसका प्राथमिक लक्ष्य देश के दूर-दराज के कोनों तक पहुंचना और शहरी और ग्रामीण भारत में अंतर को गहराई से समझना था। शिक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य, ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास और सतत आजीविका जैसे व्यापक स्तंभों पर काम करने वाली प्रीति अदानी की समाजसेवी कार्यशैली भारत के समावेशी विकास के दृष्टिकोण से बिलकुल सुसंगत दिखाई देती है। डॉ. प्रीति कहती हैं, ”जब मैं पीछे मु़डकर देखती हूं तो पाती हूँ कि हमारा कारवाँ कई गुना ब़ढ गया है, जिससे लाखों लोगों के जीवन में बदलाव आया है लेकिन सबसे प्रभावशाली वह तरीका है जिनसे इनके जीवन में यह परिवर्तन आया है।ह्ण

 

डॉ. प्रीति अदानी।

अभ्युदय वात्सल्यम डेस्क